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अप्रैल- 2020 -28 अप्रैलइतिहास
दक्षिण भारत में महापाषाण काल
नवपाषाणकालीन संस्कृति के बाद सुदूर दक्षिण के इतिहास में जिस संस्कृति का प्रारंभ हुआ, उसे महापाषाणयुगीन (Megalithic culture) संस्कृति कहा…
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27 अप्रैलइतिहास
दक्षिणापथ के लघु राजवंश का इतिहास
कल्याणी के पश्चिमी चालुक्यों के शासन के बाद दक्षिणापथ में कई सामंतों ने अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी। इनमें देवगिरि…
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26 अप्रैलइतिहास
गंग राजवंश का इतिहास
कदंबों तथा पल्लवों के राज्यों के बीच आधुनिक मैसूर के दक्षिण में गंगों का राज्य स्थित था। इस स्थान को…
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26 अप्रैलइतिहास
कदंब राजवंश का इतिहास
कदंब राजवंश का चोथी शता.ईस्वी के मध्य से दक्षिणापथ के दक्षिण-पश्चिम में उत्कर्ष हुा। इस समय समुद्रगुप्त के दक्षिणापथ-अभियान के…
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25 अप्रैलइतिहास
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
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25 अप्रैलइतिहास
देवगिरि के यादव वंश का इतिहास
चालुक्य नरेश सोमेश्वर चतुर्त के निर्बल शासन-काल में उसका यादव सामंत भिल्लम (1187-1191ई.) अपनी स्वतंत्रता स्थापित करने वाला प्रथम महत्वाकांक्षी…
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24 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों की कला का इतिहास
राष्ट्रकूटवंशी नरेश उत्साही निर्माता थे। चूंकि इस वंश के अधिकांश शासक शैवमतानुयायी थे, अतः उनके काल में शैव मंदिर एवं…
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24 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूटों के साहित्य का इतिहास
राष्ट्रकूट नरेश विद्वान तथा विद्या-प्रेमी थे और उनके दरबार में उच्चकोटि के विद्वान रहते थे। अमोघवर्ष ने कन्नङ भाषा में…
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23 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का शासन प्रबंध
राष्ट्रकूट शासन में राजा की स्थिति महत्त्वपूर्ण एवं सर्वोच्च होती थी। महाराजाधिराज, परमभट्टारक जैसी उच्च सम्मानपरक उपाधियों के अलावा राष्ट्रकूट…
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22 अप्रैलइतिहास
चालुक्यकालीन संस्कृति का इतिहास
बादामी के चालुक्यों ने दो शताब्दियों तक दक्षिणापथ पर शासन किया। वे धर्मनिष्ठ हिन्दू थे और उन्होंने धर्मशास्त्रों के अनुसार…
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