indiaolddays
-
मई- 2020 -10 मईइतिहास
पल्लव काल में शासन व्यवस्था कैसी थी
शासन का सर्वोच्च अधिकारी राजा होता था। उसकी उत्पत्ति दैवी मानी जाती थी। पल्लव नरेश अपनी उत्पत्ति ब्रह्मा से मानते…
Read More » -
10 मईइतिहास
पल्लव शासकों की वंशावली तथा तिथिक्रम
पल्लव वंश के प्रारंभिक शासकों का पता हमें प्राकृत ताम्रलेखों के आधार पर होता है। प्राकृत लेख 250 ई. से…
Read More » -
9 मईइतिहास
पल्लव वंश के शासक नृपतुङ्ग का इतिहास
कांञ्ची के पल्लव वंश के शासक नंदिवर्मन तृतीय का पुत्र नृपतुङ्ग था। जो 869-880ई. तक शासक रहा।
Read More » -
7 मईइतिहास
नंदिवर्मन् द्वितीय पल्लव राजवंश से संबंधित था
कांची के पल्लव शासक परमेश्वरवर्मन द्वितीय की मृत्यु के बाद पल्लव राज्य में संकट के बादल छो गये, क्योंकि उसकी…
Read More » -
6 मईइतिहास
नरसिंहवर्मन द्वितीय का संबंध किस प्राचीन राजवंश से था
नरसिंहवर्मन द्वितीय पल्लव शासक परमेश्वरवर्मन का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था, जिसने लगभग 700 ई. से 728 ई. तक राज्य किया।
Read More » -
6 मईइतिहास
नरसिंहवर्मन प्रथम का संबंध किस प्राचीन राजवंश से था
महेन्द्रवर्मन के बाद उसका पुत्र नरसिंहवर्मन प्रथम (630-668ई.) में कांची के पल्लव वंश का राजा बना। वह अपने काल का…
Read More » -
6 मईइतिहास
प्राचीन धार्मिक साहित्य वेद
वेद शब्द का अर्थ ज्ञान होता है। इस प्रकार इसमें भारत का प्राचीन ज्ञान सुरक्षित है। वेद भारतीय संस्कृति के…
Read More » -
5 मईदिवस
7 मई : रवीन्द्रनाथ टैगोर जयंती
रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता में हुआ था।
Read More » -
1 मईइतिहास
चेर राजवंश का इतिहास
संगम युग का दूसरा प्रमुख राज्य चेरों का राज्य था, जो आधुनिक केरल प्रांत में स्थित था। इसके अंतर्गत कोयम्बटूर…
Read More » -
अप्रैल- 2020 -29 अप्रैलइतिहास
शिल्पादिकारम किस भाषा में लिखा गया ग्रंथ है
शिल्पादिकारम एक अद्वितीय रचना है। दुर्भाग्यवश इसके लेखक तथा समय के बारे में निश्चित जानकारी उपलब्ध नहीं है।एक मान्यता के…
Read More »