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अक्टूबर- 2019 -30 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन द्वारा रचित ग्रंथों के नाम
इत्सिंग भी बाताता है, कि हर्ष एक साहित्यिक व्यक्ति था। अपने दरबारियों की काव्यात्मक रचनाओं के लिये भी वह उत्तरदायी…
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30 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश का राजनैतिक इतिहास
गुप्त साम्राज्य का पतन 550 ईस्वी में हुआ था। उसी समय से वर्धन वंश का उदय हो जाता है।
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29 अक्टूबरइतिहास
नालंदा मृण्मुद्रा अभिलेख किस शासक से संबंधित है
यह अभिलेख हर्षवर्धन से संबंधित है। मिट्टी की मुहर पर उत्कीर्ण यह लेख बिहार के नालंदा से मिला है। इसकी…
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29 अक्टूबरइतिहास
सोनपत ताम्रमुद्रा अभिलेख
इसमें भी वर्धन वंश के वंशावली नरवर्धन से प्रारंभ होकर हर्षवर्धन पर समाप्त हो जाती है।
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28 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के अभिलेख बांसखेङा ताम्रपत्र लेख
सिद्धि, स्वस्ति (कल्याण हो)। नाव, हस्ति तथा अश्वों से युक्त वर्धमानकोटि के जयस्कंधावार (सैनिक शिविर) से (यह घोषित किया गया)…
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28 अक्टूबरइतिहास
हर्ष वर्धन का मधुबन ताम्रपत्र अभिलेख
(उनकी महिषी) अप्सरों देवी से महाराज आदित्यवर्धन पैदा हुए, जो तत्पादानुध्यात तथा सूर्य के महान भक्त थे। उनकी महिषी महासेनगुप्ता…
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25 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के समय में आर्थिक दशा
कश्मीर से होकर मध्य एशिया तथा चीन तक पहुँचा जाता था। पूर्वी भारत में ताम्रलिप्ति तथा पश्चिमी भारत में भङौंच…
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24 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्ष के समय धर्म तथा धार्मिक जीवन
उसने बौद्ध विहार एवं स्तूप भी निर्मित करवाये थे। हर्ष बौद्ध भिक्षुओं एवं श्रमणों का सम्मान करता तथा समय-2 पर…
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24 अक्टूबरइतिहास
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था कैसी थी
बंसखेङा तथा मधुबन के दानपत्रों में हर्ष अपनी प्रजावत्सल भावनाओं को इस प्रकार व्यक्त करता है -
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16 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्षवर्धन एवं उसका द्वितीय पूर्वी अभियान क्या था
चीनी लेखक मा-त्वान-लिन् लिखता है, कि हर्ष ने 641 ईस्वी में सर्वप्रथम मगधराज की उपाधि धारण की थी। मगध पहले…
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