गुजरात
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दिसम्बर- 2019 -15 दिसम्बरइतिहास
परमार भोज के उत्तराधिकारी तथा परमार सत्ता का अंत
नरवर्मा का उत्तराधिकारी उसका पुत्र यशोवर्मा (1133-1142 ईस्वी) हुआ। उसके समय चालुक्यों के आक्रमण के कारण मालवा की स्थिति काफी…
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12 दिसम्बरइतिहास
परमार वंश के सिंधुराज का इतिहास
नवसाहसांकचरित से पता चलता है, कि सिंधुराज ने कुंतलेश्वर द्वारा अधिग्रहीत अपने राज्य को तलवार के बल पर पुनः अपने…
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11 दिसम्बरइतिहास
स्वतंत्र परमार साम्राज्य की स्थापना : हर्ष अथवा सीयक द्वितीय (945 – 972 ईस्वी)
इस समय प्रतिहार साम्राज्य पतन की अवस्था में था। इस स्थिति का लाभ उठाते हुये सीयक ने मालवा तथा गुजरात…
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8 दिसम्बरइतिहास
मुहम्मद गौरी का आक्रमण और चौहान साम्राज्य का अंत
इस युद्ध में पृथ्वीराज की एक भयंकर भूल यह हुई की उसने अपनी अदूरदर्शिता का परिचय दियी तथा भागती हुई…
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3 दिसम्बरइतिहास
चौहान शासक पृथ्वीराज प्रथम का इतिहास
राजशेखर के प्रबंधकोश में हमें उसे तुर्क-सेना का विजेता बताया गया है। इस सेना ने सुल्तान बगुलीशाह के नेतृत्व में…
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1 दिसम्बरइतिहास
चौहान शासक दुर्लभराज तृतीय
प्रबंधकोश से पता चलता है, कि उसने गुजरात के चालुक्य नरेश कर्ण को हराया था। बताया गया है,कि वह गुर्जर…
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नवम्बर- 2019 -29 नवम्बरइतिहास
चौहान शासक विग्रहराज द्वितीय का इतिहास
पृथ्वीराजविजय तथा प्रबंधचिंतामणि से पता चलता है,कि उसने गुजरात के चालुक्य शासक मूलराज प्रथम के ऊपर आक्रमण किया। मूलराज पराजित…
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अक्टूबर- 2019 -16 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन तथा बलभी का युद्ध
हर्ष का दद्द से युद्ध करने तथा पुलकेशन द्वितीय का इस युद्ध में दद्द की सहायता करने में योगदान देने…
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सितम्बर- 2019 -27 सितम्बरइतिहास
हूण आक्रमण के भारत पर क्या प्रभाव पङे
हूण आक्रमणों का भारत की आर्थिक दशा पर बुरा प्रभाव पङा। देश की आर्थिक दशा बिगङ गयी। स्कंदगुप्त तथा उसके…
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25 सितम्बरइतिहास
बलभी का मैत्रक वंश
ध्रुवसेन द्वितीय बालादित्य राजा हुआ। वह हर्ष का समकालीन था। उस के काल में हुएनसांग भारत आया था। उसके अनुसार…
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