कन्नौज
-
नवम्बर- 2019 -25 नवम्बरइतिहास
राठौङ शासक जयचंद का इतिहास
जयचंद का समकालीन दिल्ली तथा अजमेर का चौहान राजा पृथ्वीराज तृतीय था। चंदबरदाई के पृथ्वीराजरासो से दोनों की पारस्परिक शत्रुता…
Read More » -
24 नवम्बरइतिहास
राठौङ शासक गोविन्दचंद्र की उपलब्धियां
उसने कन्नौज के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित करने का प्रयास किया। इस उद्देश्य से उसने कई स्थानों की विजय…
Read More » -
23 नवम्बरइतिहास
राठौङ शासक मदनपाल का इतिहास में योगदान
उसकी रानी के एक दानपत्र में उसे परमभट्टारक महाराजाधिराज परमेश्वर की उपाधि प्रदान की गयी है। कई विद्वानों का मानना…
Read More » -
23 नवम्बरइतिहास
राठौङ शासक चंद्रदेव का इतिहास में योगदान
गहङवाल वंश की स्वतंत्रता का जनक चंद्रदेव था। कन्नौज से उसके चार अभिलेख मिलते हैं, जो दानपत्र के रुप में…
Read More » -
22 नवम्बरइतिहास
गहङवाल (राठौङ) राजवंश की जानकारी प्रदान करने वाले इतिहास के स्रोत
गुर्जर-प्रतिहार राजवंश के पतन के बाद उत्तर भारत की राजनीतिक दशा - हर्ष वर्धन की मृत्यु के बाद प्रतिहारों ने…
Read More » -
21 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल द्वितीय तथा प्रतिहार साम्राज्य का पतन
महेन्द्रपाल द्वितीय के बाद 960 ईस्वी तक प्रतिहार वंश में चार शासक हुये - देवपाल (948-49 ईस्वी), विनायकपाल द्वितीय (953-54…
Read More » -
21 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक महीपाल
महेन्द्रपाल के बाद कुछ समय के लिये भोज द्वितीय ने शासन किया। किन्तु दो वर्षों बाद ही उसका सौतेला भाई…
Read More » -
19 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक मिहिरभोज प्रथम
उसने अपने वंश का वर्चस्व बुंदेलखंड में पुनः स्थापित किया तथा जोधपुर के प्रतिहारों (परिहार) का दमन किया।
Read More » -
18 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक नागभट्ट द्वितीय
नागभट्ट द्वितीय ने दूसरी दिशाओं में अपनी तकदीर आजमाई। उसने कन्नौज पर आक्रमण कर धर्मपाल के नामजद शासक चक्रायुद्ध को…
Read More » -
17 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक वत्सराज का इतिहास
गुर्जर- प्रतिहार वंश का चौथा शासक वत्सराज था।वत्सराज को गुर्जर-प्रतिहार वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।
Read More »