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मई- 2020 -27 मईइतिहास
चोलकालीन साहित्य की जानकारी
चोल राजाओं का शासनकाल तमिल भाषा एवं साहित्य के विकास के लिये प्रसिद्ध है। तमिल लेखकों में सर्वाधिक प्रसिद्ध जयन्गोन्दार…
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अप्रैल- 2020 -30 अप्रैलइतिहास
जीवकचिन्तामणि की रचना किसने की
जीवकचिन्तामणि नामक ग्रंथ संगमकाल के बहुत बाद की रचना है। इसकी रचना का श्रेय जैन भिक्षु तिरुत्तक्कदेवर को दिया जाता…
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25 अप्रैलइतिहास
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
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24 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों की कला का इतिहास
राष्ट्रकूटवंशी नरेश उत्साही निर्माता थे। चूंकि इस वंश के अधिकांश शासक शैवमतानुयायी थे, अतः उनके काल में शैव मंदिर एवं…
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23 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का शासन प्रबंध
राष्ट्रकूट शासन में राजा की स्थिति महत्त्वपूर्ण एवं सर्वोच्च होती थी। महाराजाधिराज, परमभट्टारक जैसी उच्च सम्मानपरक उपाधियों के अलावा राष्ट्रकूट…
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23 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का धर्म
राष्ट्रकूट शासक उत्साही विजेता होने के साथ-साथ धर्म, साहित्य और कला में भी गहरी अभिरुचि रखते थे तथा शांति के…
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20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों का साहित्य
चालुक्य शासकों के काल में साहित्य, धर्म, कला के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रगति हुई। ह्वेनसांग चालुक्य राज्य के लोगों को…
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20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों के काल में कला और स्थापत्य कला : बादामी,ऐहोल,पत्तडकल
चालुक्य शासन में कला और स्थापत्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई। इस समय जैनों तथा बौद्धों के अनुकरण पर…
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20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों की प्रशासनिक व्यवस्था
चालुक्यों का राजपद आनुवंशिक होता था। सम्राट प्रशासन की विविध समस्याओं में व्यक्तिगत रुचि लेता था तथा अपने साम्राज्य का…
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20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों का धार्मिक जीवन
चालुक्य ब्राह्मण धर्मानुयायी थे तथा उनके कुल देवता विष्णु थे। इसके अलावा वे लोग शिव की भी पूजा करते थे।…
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