अशोक
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अगस्त- 2019 -2 अगस्तप्राचीन भारत
कुषाण काल में कला एवं स्थापत्य
फाह्यान के अनुसार उसने जितने भी स्तूप देखे थे, उनमें यह सर्वाधिक प्रभावशाली था। ह्वेनसांग के विवरण से पता चलता…
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1 अगस्तप्राचीन भारत
कनिष्क के समय में बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार
कनिष्क के समय बहुसंख्यक चैत्यों एवं विहारों का निर्माण करवाया गया। प्रथम कुषाण शासक कुजुल कडफिसेस के समय से ही…
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जुलाई- 2019 -29 जुलाईप्राचीन भारत
कुषाण वंश का सबसे शक्तशाली शासक – कनिष्क
विम कडफिसेस के बाद कुषाण शासन की बागडोर कनिष्क के हाथों में आयी। कनिष्क निश्चित रूप से भारत के कुषाण…
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24 जुलाईप्राचीन भारत
महाक्षत्रप रुद्रदामन का इतिहास
जूनागढ अभिलेख से पता चलता है,कि सभी जातियों के लोगों ने रुद्रदामन् को अपना रक्षक चुना था। तथा उसने महाक्षत्रप…
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11 जुलाईप्राचीन भारत
सातवाहनों की स्थापत्य कला(स्तूप) का इतिहास
स्तूप का शाब्दिक अर्थ है- 'किसी वस्तु का ढेर'। स्तूप का विकास ही संभवतः मिट्टी के ऐसे चबूतरे से हुआ,…
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मई- 2019 -22 मईप्राचीन भारत
मौर्यकाल को जानने के लिये महत्त्वपूर्ण साहित्यिक स्रोत
मौर्यकाल के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिये साहित्यिक एवं पुरातात्विक स्रोत अपना महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं, यहां पर…
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5 मईप्राचीन भारत
चंद्रगुप्त मौर्य की उपलब्धियाँ
चाणक्य ने जिस कार्य के लिये चंद्रगुप्त को तैयार किया था, उसके दो मुख्य उद्देश्य थे- यूनानियों के विदेशी शासन…
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मार्च- 2018 -18 मार्चइतिहास
प्राचीन भारत के धार्मिक आंदोलन
अन्य संबंधित लेख सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यआहत सिक्के (पंचमार्क सिक्के)प्राचीन भारत के इतिहास के अध्ययन के स्रोत…
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15 मार्चइतिहास
जैन धर्म का पतन क्यों हुआ
जैन धर्म भारत भूमि में जन्मा एक महत्त्वपूर्ण धर्म था।महावीर स्वामी के जीवन काल में इस धर्म का अच्छा प्रचार-प्रसार…
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12 मार्चजैन धर्म
सल्लेखना क्या है
जैन दर्शन के सल्लेखना शब्द में दो शब्द सत् तथा लेखना आते हैं, जिनका शाब्दिक अर्थ है अच्छाई का लेखा-जोखा…
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