वास्को डी गामा कौन था वह भारत क्यों आया था
वास्कोडिगामा , जो की एक पुर्तगाली नाविक थे , समुंद्र के रास्ते से भारत पहुँचने वाला प्रथम व्यक्ति थे। इनका जन्म सन् 1460 को साइन, पुर्तगाल में हुआ था। वास्को दा गामा ईसाई धर्म के रक्षक थे। इन्होने अपने जीवन में अनेक स्थल व जल यात्राएं की है।
समुद्र मार्ग से भारत की खोज सर्वप्रथम सन् 20 मई 1498 को वास्को दा गामा ने की थी| वह नौ सेना के कमांडर थे, उनका प्रमुख उद्देश्य भारत में मसाले का व्यापार था। वास्को डी गामा से पहले किसी और ने समुद्र मार्ग से भारत की खोज नहीं की थी। परंतु वास्कोडिगामा से पहले आर्यों का आगमन हो चुका था। यूरोप से भारत आने का सीधा समुंद्री रास्ता खोजने का श्रेय वास्कोडिगामा को जाता है। सबसे पहले वह भारत के दक्षिण में स्थित केरल के कालीकट तट पर पहुँचा था। वास्कोडिगामा को खगोलशास्त्र का भी ज्ञान था। वास्कोडिगामा की इस खोज ने भारत को नई दुनिया से जोड़ दिया तथा इससे भारत व पुर्तगाल में सीधा व्यापार होना शुरू हो गया। इन्ही पुर्तगाली अन्वेषक वास्कोडिगामा के नाम पर , भारत के पश्चिमी तट पर स्थित देश के सबसे छोटे राज्य गोवा के सबसे बड़े नगर का नाम वास्को दा गामा रखा गया। इस नगर की स्थापना 1543 में की गई थी।