पाखंड खंडिनी पताका किसने फहराई थी

587 viewsइतिहासआधुनिक भारत
0

‘पाखंड खंडिनी पताका’ किसने फहराई थी?

Changed status to publish
0

पाखंड खंडिनी पताका’ वह पताका है जो सर्वप्रथम ईस्वी सन् 1867 में जगतगुरू महर्षि दयानन्द सरस्वति ने हरिद्वार के कुम्भ मेले के शुभावसर पर फहराई थी और जिस का मुख्य उद्देश्य ‘जनता को पाखण्डों से घिरे अन्धकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश में लाना था। पाखंड खंडिनी पताका उसी सत्य का मार्गदर्शक है।

Changed status to publish
You are viewing 1 out of 1 answers, click here to view all answers.
Write your answer.
Back to top button