पाखंड खंडिनी पताका किसने फहराई थी
‘पाखंड खंडिनी पताका’ वह पताका है जो सर्वप्रथम ईस्वी सन् 1867 में जगतगुरू महर्षि दयानन्द सरस्वति ने हरिद्वार के कुम्भ मेले के शुभावसर पर फहराई थी और जिस का मुख्य उद्देश्य ‘जनता को पाखण्डों से घिरे अन्धकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश में लाना था। पाखंड खंडिनी पताका उसी सत्य का मार्गदर्शक है।
Subhash Saini Changed status to publish