ओसियां के कलात्मक मंदिरों का निर्माण कराया था
ओसियां के मन्दिरो का निर्माण गुर्जर-प्रतिहारों ने करवाया था। ओसियां को मन्दिरों की नगरी कहा जाता है। एक समय में ओसियां मे 108 मन्दिर थे। समय के साथ यह संख्या अनेक कारणों से कम होती गई। ओसिया के सभी स्मारक एवं मन्दिर आठवी से बाहरवी शताब्दी के मध्य बनाये गये है। यह पूर्व मध्य कालीन समय के स्मारक कहे जाते है। इन मन्दिरों को उङीसा के सूर्य मन्दिर एवं खजुराहो के मन्दिरों के समकक्ष माना जाता है। यहा के ये स्मारक नागर शैली मे बने हुए है। मन्दिरों को दो भागो मे स्थापत्य कला की दृष्टि से विभक्त किया गया है। पचायतन प्रकार के मन्दिर एवं एकायतन प्रकार के मन्दिर । वर्तमान में ओसियां में 18 स्मारक एवं दो बावङी स्थित है। मन्दिरों में एक महावीर का जैन व शेष हिन्दू मंदिर है। इनमें सूर्य मंदिर, हरिहर के तीन मन्दिर, विष्णु के तीन मन्दिर,पीपला माता का मन्दिर, शिव मन्दिर, एक भग्न मंदिर, भगवान महावीर का जैन मंदिर तथा सबसे विशाल सच्चियाय माताजी मन्दिर का मन्दिर है