मुसोलिनी कौन था
हिटलर के दौर में अगर जर्मनी पर हिटलर की तानाशाही थी तो मुसोलिनी ने इटली पर अपनी तानाशाही बना रखी थी। अपनी तनाशाही की बदौलत बेनिटो मुसोलिनी ने इटली पर लगभग 20 सालो तक निरंकुश शासन किया था। हालांकि मुसोलिनी हिटलर की तरह क्रूर तो नही था लेकिन अपनी तानाशाही के दम पर लोगों का जीना हराम कर दिया था। मुसोलिनी इटली की नेशनल फासिस्ट पार्टी का नेता था। 1922 से लेकर 1943 तक लगातार 21 वर्षों तक उसने इटली पर राज किया। वो इटली के इतिहास में सबसे कम उम्र का प्रधानमंत्री था। अपने कार्यकाल के शुरुआती तीन-चार साल उसने लोकतंत्र की इज्ज़त करते हुए शासन किया। उसके बाद अपने ज़लाल पर उतर आया। 1922 में 27-28 अक्टूबर की रात को लगभग 30,000 फासिस्ट लोगों के समूह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग लेकर रोम पर चढ़ाई कर दी। इसका नेतृत्व मुसोलिनी ने किया। लोकतांत्रिक सरकार की रक्षा से सेना ने भी हाथ खींच लिए और मार्शल लॉ लगाने से इंकार कर दिया, परिणाम ये रहा कि प्रधानमंत्री को सत्ता छोड़नी पड़ी। किंग विक्टर इमैनुअल ने सत्ता मुसोलिनी को सौंप दी। इतिहासकार बताते हैं कि इसके पीछे मुसोलिनी का खौफ़ ही था। बेनिटो मुसोलिनी की तानाशाही उसकी मौत के साथ ही खत्म हुयी थी।