कल्हण द्वारा लिखित एक संस्कृत ग्रन्थ राजतरंगिणी में किसका इतिहास है

542 viewsइतिहासप्राचीन भारत
0

कल्हण द्वारा लिखित एक संस्कृत ग्रन्थ राजतरंगिणी में किसका इतिहास है?

Changed status to publish
0

राजतरंगिणी, कल्हण द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ है। ‘राजतरंगिणी’ का शाब्दिक अर्थ है – राजाओं की नदी, जिसका भावार्थ है – ‘राजाओं का इतिहास या समय-प्रवाह’। यह कविता के रूप में है। इसमें कश्मीर का इतिहास वर्णित है जो महाभारत काल से आरम्भ होता है। इसका रचना काल सन 1148 से 1150 तक बताया जाता है । इस पुस्तक के अनुसार कश्मीर का नाम “कश्यपमेरु” था जो ब्रह्मा के पुत्र ऋषि मरीचि के पुत्र थे। राजतरंगिणी के प्रथम तरंग में बताया गया है कि सबसे पहले कश्मीर में पांडवों के सबसे छोटे भाई सहदेव ने राज्य की स्थापना की थी और उस समय कश्मीर में केवल वैदिक धर्म ही प्रचलित था।

Changed status to publish
You are viewing 1 out of 1 answers, click here to view all answers.
Write your answer.
Back to top button