अपने पिता की हत्या कर मगध के सिंहासन पर कौन बैठा था
अज्ञातशत्रु(412-460 ई.पू.) बिम्बिसार के बाद अज्ञातशत्रु मगध के सिंहासन पर बैठा। इसका बचपन का नाम कुणिक था। भगवान के विरोधी देवदत्त उकसाने पर इन्होंने अपने पिता हत्या कर गद्दी पर बैठा था। अज्ञातशत्रु ने अपने पिता के सम्राज्य विस्तार की नीति को चरमोत्कर्ष तक पहँचाया। अजातशत्रु के सिंहासन मिलने के बाद वह अनेक राज्य संघर्ष एवं कठिनाइयों से घिर गया लेकिन अपने बाहुबल और बुद्धिमानी से सभी पर विजय प्राप्त की। महत्वाकांक्षी अजातशत्रु ने अपने पिता को कारागार में डालकर कठोर यातनाएँ दीं जिससे पिता की मृत्यु हो गई। इससे दुखित होकर कौशल रानी की मृत्यु हो गई।
Subhash Saini Changed status to publish