म्यूनिख पैक्ट क्या है
म्यूनिख समझौते देश के सीमाओं के साथ मुख्य रूप से जर्मन वक्ताओं के निवासियों के साथ चेकोस्लोवाकिया के हिस्सों के नाजी जर्मनी के कब्जे की अनुमति देने का एक समझौता था, जिसके लिए एक क्षेत्रीय पदनाम ‘सुडेनलैंड’ बनाया गया था। सोवियत संघ को छोड़कर, यूरोप की प्रमुख शक्तियों में, म्यूनिख, जर्मनी में आयोजित एक सम्मेलन में बातचीत के बाद 30 सितंबर, 1938 के शुरूआती घंटों में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। अतः इस समझौते में उसको भी शामिल करना चाहिए था, आगे चलकर चेकोस्लोवाकिया को यह समझौता स्वीकार करना पड़ा क्योंकि इसके लिए उसके सैन्य गठजोड़ वाले मित्र देश ग्रेड ब्रिटेन और फ्रांस दबाव डाल रहे थे। आज दस्तावेज़ को आमतौर पर म्यूनिख समझौते ( मनिचोवस्का दोहोडा ) के रूप में जाना जाता है।
Subhash Saini Changed status to publish