प्राचीन भारत
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फरवरी- 2021 -24 फ़रवरी
मौर्योत्तर काल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर की स्लाइड भाग 2
कन्हेरी अभिलेख से पता चलता है कि रुद्रदामा की पुत्री का विवाह शिव श्री शातकर्णी से हुआ था
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23 फ़रवरी
मौर्योत्तर काल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर की स्लाइड भाग 1
महान शासकों मौर्यों के पतन के पश्चात् पश्चिमोत्तर भारत में निम्नलिखित में से हिन्द -यूनानी, शक, कुषाण, एवं पार्थियन (…
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23 फ़रवरी
कलिंग कहाँ स्थित है, तथा कलिंग युद्ध का वर्णन
अशोक ने अपने राज्याभिषेक के बाद अपने पिता एवं पितामह की दिग्विजय की नीति को जारी रखा। इस समय कलिंग…
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22 फ़रवरी
मौर्य शासक अशोक और उसका बौद्ध धर्म की स्लाइड
अशोक अपने शासन काल के प्रारंभिक वर्षों में ब्राह्मण धर्म का अनुयायी था। राजतरंगिणी के आधार पर यह कहा जा…
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22 फ़रवरी
खारवेल का धार्मिक जीवन तथा निर्माण कार्य
सातवाहन नरेशों के विपरीत खारवेल जैन धर्म का अनुयायी था। उसने जैन साधुओं को संरक्षण प्रदान किया, उनके निर्माह के…
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20 फ़रवरी
पल्लव राजवंश की उत्पत्ति एवं मूल निवास स्थल की स्लाइड
दक्षिण भारत के इतिहास में पल्लव राजवंश का राजनैतिक तथा सांस्कृतिक दोनों ही दृष्टियों से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान है। परंतु…
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20 फ़रवरी
पार्थियन वंश का इतिहास की स्लाइड
पार्थियन वंश तथा शकों का इतिहास एक-दूसरे से अत्यधिक उलझा हुआ है। अंततः उसे अलग-2 करना एक कठिन कार्य है।…
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18 फ़रवरी
पश्चिमी भारत के क्षहरात वंश के बारे सम्पूर्ण जानकारी
क्षहरात वंश ने संपूर्ण महाराष्ट्र, लाट तथा सुराष्ट्र प्रदेश पर शासन किया। क्षहरात वंश का पहला राजा भूमक था।उसके सिक्के…
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18 फ़रवरी
भारत के प्रमुख चैत्य, विहार एवं गुफाओं का सम्पूर्ण जानकारी
चैत्य का शाब्दिक अर्थ है, चिता-संबंधी। शवदाह के बाद बचे हुए अवशेषों को भूमि में गाङकर उनके ऊपर जो समाधियां…
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17 फ़रवरी
कान्हेरी की गुफाएँ एवं जूनागढ अभिलेख कहां स्थित हैं
मुम्बई से 16 मील उत्तर बोरिवेली स्टेशन से 5 मील की दूरी पर स्थित कन्हेरी का प्राचीन नाम कृष्णगिरि था।…
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