इतिहास
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नवम्बर- 2019 -29 नवम्बर
शाकंभरी का चौहान शासक सिंहराज कौन था
देवपाल के राज्यकाल के बाद ही चाहमान नरेश सिंहराज ने प्रतिहारों की अधीनता से मुक्त होने का जोरदार प्रयास किया…
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28 नवम्बर
शाकंभरी का चौहान (चाहमान) वंश के इतिहास के स्रोत
जांगलदेश के पहले राजा का नाम वासुदेव था। जिसने अजमेर के उत्तर में सांभर (शाकंभरी) क्षेत्र पर अपना अधिकार कर…
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27 नवम्बर
किस मुगल शासक ने भगवान राम पर सिक्का निकाला था
अकबर ने राम के प्रति आस्था का सम्मान करते हुये राम सिय पर सिक्का जारी कर तू ही राम है…
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27 नवम्बर
चंदावर का युद्ध किस-किसके बीच में लङा गया था
उस आक्रमण (चंदावर) में गोरी ने पृथ्वीराज के प्रबल प्रतिद्वंदी जयचंद राठौङ को चंदावर में पराजित किया। इस युद्ध में…
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26 नवम्बर
गहङवाल (राठौङ) राजवंश का राजनैतिक इतिहास
हर्ष वर्धन की मृत्यु के बाद प्रतिहारों ने संपूर्ण उत्तर भारत में एकछत्र साम्राज्य स्थापित किया। किन्तु विजयपाल (960 ई.)…
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25 नवम्बर
राठौङ शासक जयचंद का इतिहास
जयचंद का समकालीन दिल्ली तथा अजमेर का चौहान राजा पृथ्वीराज तृतीय था। चंदबरदाई के पृथ्वीराजरासो से दोनों की पारस्परिक शत्रुता…
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25 नवम्बर
राठौङ शासक विजयचंद्र
उत्तर में विजयचंद्र के फंसे रहने के कारण पूर्व से सेनों को उसके राज्य पर आक्रमण करने का अच्छा मौका…
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24 नवम्बर
राठौङ शासक गोविन्दचंद्र की उपलब्धियां
उसने कन्नौज के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित करने का प्रयास किया। इस उद्देश्य से उसने कई स्थानों की विजय…
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23 नवम्बर
राठौङ शासक मदनपाल का इतिहास में योगदान
उसकी रानी के एक दानपत्र में उसे परमभट्टारक महाराजाधिराज परमेश्वर की उपाधि प्रदान की गयी है। कई विद्वानों का मानना…
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23 नवम्बर
राठौङ शासक चंद्रदेव का इतिहास में योगदान
गहङवाल वंश की स्वतंत्रता का जनक चंद्रदेव था। कन्नौज से उसके चार अभिलेख मिलते हैं, जो दानपत्र के रुप में…
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