इतिहास
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दिसम्बर- 2019 -25 दिसम्बर
डहाल कलचुरि वंश के शासक शंकरगण का इतिहास
डहाल कलचुरि वंश का संस्थापक कोक्कल के 18 पुत्र थे। इनमें उसका सबसे बङा पुत्र शंकरगण उसकी मृत्यु के बाद…
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24 दिसम्बर
त्रिपुरी (डाहल) के कलचुरि वंश का इतिहास
कलचुरी वंश के इतिहास में त्रिपुरी का डाहल कलचुरि वंश सबसे महत्त्वपूर्ण वंश था। इसने मध्य भारत पर तीन शताब्दियों…
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23 दिसम्बर
त्रिपुरी का कलचुरि-चेदि राजवंश के इतिहास के साधन
चंदेल राज्य के दक्षिण में चेदि के कलचुरियों का राज्य स्थित था। उसकी राजधानी त्रिपुरी में थी, जिसकी पहचान मध्य…
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23 दिसम्बर
चंदेल शासकों का राजनैतिक इतिहास
चंदेल वंश की स्थापना 831 ईस्वी के लगभग नन्नुक नामक व्यक्ति ने की थी। उसकी उपाधि नृप तथा महीपति की…
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22 दिसम्बर
चंदेल शासक परमर्दिदेव (परमल) का इतिहास
चंदेल लेखों में मदनवर्मा के बाद परमर्दि का नाम मिलता है। उसे तत्पादानुध्यात कहा गया है। इससे पता चलता है,…
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21 दिसम्बर
चंदेल शासक मदनवर्मा का इतिहास
मऊलेख से पता चलता है, कि मदनवर्मा ने ही चेदि तथा परमार राजाओं को परास्त किया तथा काशी के राजा…
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21 दिसम्बर
चंदेल शासक कीर्त्तिवर्मन् का इतिहास
बिल्हण भी लिखता है, कि डाहल का राजा कर्ण कालंजरगिरि के स्वामी के लिये काल था। अतः कर्ण को पराजित…
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20 दिसम्बर
चंदेल शासक विद्याधर का इतिहास
विद्याधर के राजा बनते ही महमूद गजनवी के नेतृत्व में तुर्कों के हिन्दू राजाओं पर आक्रमण तेज हो गये। किन्तु…
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19 दिसम्बर
चंदेल शासक धंग का इतिहास
धंग ने कालंजर को पूरी तरह से जीत लिया तथा कालंजर को अपने राज्य की राजधानी बनाया। उसके बाद धंग…
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19 दिसम्बर
चंदेल शासक यशोवर्मन् का इतिहास
गोविंद चतुर्थ के समय में आंतरिक कलह के कारण राष्ट्रकूटों की स्थिति भी खराब हो गयी थी तथा वे उत्तर…
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