इतिहास
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मार्च- 2020 -30 मार्च
चालुक्य शासक विजयादित्य (696-733ई.)
बादामी के चालुक्य शासक विनयादित्य का पुत्र विजयादित्य अपने पिता की मृत्यु के बाद राजा बना। वह अपने पिता के…
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29 मार्च
विक्रमादित्य के समय में पल्लव – चालुक्य संघर्ष का विवरण
राजधानी में अपनी स्थिति सुदृढ कर लेने के बाद विक्रमादित्य ने पल्लव राज्य पर आक्रमण किया। इस संघर्ष का विवरण…
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29 मार्च
चालुक्य वंश का शासक विक्रमादित्य प्रथम (655-681 ईस्वी)
पुलकेशिन द्वितीय(Pulakeshin II) की पराजय तथा मृत्यु के फलस्वरूप चालुक्य राज्य में पुनः अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गयी। स्वतंत्र…
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28 मार्च
पुलकेशिन द्वितीय एवं पल्लवों के बीच संघर्ष
आंध्र के दक्षिण में पल्लवों का शक्तिशाली राज्य था। पल्लव वंश का शासन इस समय महनेद्रवर्मन प्रथम (600-630 ई.) के…
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28 मार्च
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियाँ तथा विजय
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियों का विवरण हमें ऐहोल लेख से प्राप्त होता है। ऐहोल लेख एक प्रशस्ति के रूप में…
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28 मार्च
बादामी के चालुक्य वंश का शासक पुलकेशिन द्वितीय
चालुक्य वंश के शासकों में पुलकेशिन द्वितीय सर्वाधिक योग्य तथा शक्तिशाली शासक था। अपने चाचा मंगलेश तथा उसके समर्थकों की…
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27 मार्च
बादामी के चालुक्य वंश का शासक मंगलेश
बादामी के चालुक्य वंश के शासक कीर्तिवर्मन प्रथम की मृत्यु के समय उसका पुत्र पुलकेशिन द्वितीय अवयस्क था। अतः उसके…
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27 मार्च
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल वेंगी
आन्ध्र प्रदेश की कृष्णा तथा गोदावरी नदियों के बीच नेल्लोर के उत्तर में वर्तमान ‘पेड्डवेगी’ नामक स्थान से वेंगी को…
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26 मार्च
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल वातापी
कर्नाटक राज्य के बीजापुर जिले में वर्तमान बादामी ही प्राचीन काल का वातापी है। यह नगर चालुक्य वंश की राजधानी…
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26 मार्च
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल विक्रमशिला
बिहार प्रान्त के भागलपुर जिले में स्थित विक्रमशिला प्राचीन भारत का सुप्रसिद्ध शिक्षा केन्द्र था। इसकी स्थिति भागलपुर में 24…
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