इतिहास
-
अप्रैल- 2020 -30 अप्रैल
जीवकचिन्तामणि की रचना किसने की
जीवकचिन्तामणि नामक ग्रंथ संगमकाल के बहुत बाद की रचना है। इसकी रचना का श्रेय जैन भिक्षु तिरुत्तक्कदेवर को दिया जाता…
Read More » -
29 अप्रैल
शिल्पादिकारम किस भाषा में लिखा गया ग्रंथ है
शिल्पादिकारम एक अद्वितीय रचना है। दुर्भाग्यवश इसके लेखक तथा समय के बारे में निश्चित जानकारी उपलब्ध नहीं है।एक मान्यता के…
Read More » -
29 अप्रैल
मणिमेकलै का लेखक कौन था
शिल्पादिकारम के कुच समय बाद मणिमेकलै नामक ग्रंथ की रचना हुई तथा इस पर शिल्पादिकारम का ही प्रभाव दिखाई देता…
Read More » -
28 अप्रैल
संगम युग – संगम साहित्य-प्रथम संगम,द्वितीय संगम,तृतीय संगम
ऐतिहासिक युग के प्रारंभ में दक्षिण भारत का क्रमबद्ध इतिहास हमें जिस साहित्य से ज्ञात होता है, उसे संगम साहित्य…
Read More » -
28 अप्रैल
दक्षिण भारत में महापाषाण काल
नवपाषाणकालीन संस्कृति के बाद सुदूर दक्षिण के इतिहास में जिस संस्कृति का प्रारंभ हुआ, उसे महापाषाणयुगीन (Megalithic culture) संस्कृति कहा…
Read More » -
27 अप्रैल
दक्षिणापथ के लघु राजवंश का इतिहास
कल्याणी के पश्चिमी चालुक्यों के शासन के बाद दक्षिणापथ में कई सामंतों ने अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी। इनमें देवगिरि…
Read More » -
27 अप्रैल
वारंगल का काकतीय वंश
काकतीय लोग अपने को चोल करिकाल का वंशज मानते थे। इस वंश का पहला ज्ञात शासक बेत प्रथम था, जिसने…
Read More » -
26 अप्रैल
गंग राजवंश का इतिहास
कदंबों तथा पल्लवों के राज्यों के बीच आधुनिक मैसूर के दक्षिण में गंगों का राज्य स्थित था। इस स्थान को…
Read More » -
26 अप्रैल
कदंब राजवंश का इतिहास
कदंब राजवंश का चोथी शता.ईस्वी के मध्य से दक्षिणापथ के दक्षिण-पश्चिम में उत्कर्ष हुा। इस समय समुद्रगुप्त के दक्षिणापथ-अभियान के…
Read More » -
25 अप्रैल
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
Read More »