इतिहास
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जून- 2020 -9 जून
बौद्ध साहित्य – त्रिपिटक के बारे में जानकारी
बौद्धों का साहित्य तीन पिटारियों अथवा पिटकों में प्राप्त होने के कारण त्रिपिटक कहा जाता है। यह पालि भाषा में…
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9 जून
स्मृति ग्रंथ (धर्मशास्त्र)
धर्मसूत्र साहित्य से कालांतर में स्मृति साहित्य का विकास हुआ। स्मृतियों का निर्माण हिन्दू-धर्म के चरम विकास को सूचित करता…
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8 जून
पुराण का अर्थ क्या है
पुराण का शाब्दिक अर्थ प्राचीन आख्यान होता है। प्रारंभ में इस शब्द का प्रयोग इसी अर्थ में मलिता है। अथर्ववेद…
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8 जून
वेदांग के बारे में जानकारी
वैदिक साहित्य अत्यन्त विशाल तथा कठिन था और इसे समझ सकना सामान्य बुद्धि के परे था। अतः आगे चलकर वेद…
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7 जून
उपनिषद किसे कहते हैं
वैदिक साहित्य के अंतिम भाग उपनिषद हैं, जिन्हें वेदांत भी कहा जाता है। उपनिषद् मुख्यतः ज्ञानमार्गी रचनायें हैं, जिनमें हम…
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7 जून
आरण्यक ग्रंथ किसे कहते हैं
ब्राह्मण ग्रंथों के बाद आरण्यकों की रचना की गयी, जो ब्राह्मणों के अंतिम भाग हैं। इनकी रचना अरण्यों अर्थात् वनों…
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6 जून
वेदों के ब्राह्मण ग्रंथों की जानकारी
संहिता के बाद वैदिक साहित्य में ब्राह्मण ग्रंथों का स्थान आता है। इनकी रचना यज्ञ के विधान तथा उसकी क्रिया…
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5 जून
विक्रमशिला विश्वविद्यालय का इतिहास
बिहार प्रांत के भागपलुर जिले में स्थित विक्रमशिला नालंदा के ही समान एक अन्तरराष्ट्रीय ख्याति का शिक्षा केन्द्र रहा है।…
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5 जून
बलभी विश्वविद्यालय का इतिहास
गुजरात के काठियावाङ क्षेत्र में आधुनिक वल नामक स्थान पर स्थित वलभी पश्चिम भारत में शिक्षा तथा संस्कृति का प्रसिद्ध…
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4 जून
नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीनतम विश्वविद्यालय
प्राचीन भारत के शिक्षा केन्द्रों में नालंदा विश्वविद्यालय का नाम सर्वाधिक उल्लेखनीय है। बिहार प्रांत की राजधानी पटना के दक्षिण…
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