इतिहास
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जून- 2020 -20 जून
हेमचंद्र नामक विद्वान के बारे में जानकारी
हेमचंद्र का आविर्भाव बारहवीं शती में हुआ तथा ये गुजरात के चौलुक्य शासकों जयसिंह एवं कुमारपाल की सभा में निवास…
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19 जून
विल्हण नामक विद्वान के बारे में जानकारी
विल्हण कल्याणी के चालुक्यवंशी शासक विक्रमादित्य षष्ठ (1076-1127ई.) की राजसभा में निवास करते थे।
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19 जून
पद्मगुप्त “परिमल” नाटककार के बारे में जानकारी
ऐतिहासिक कवियों में पद्मगुप्त परिमल का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है, जो धारा के परमारवंशी शासक मुंज (992-998ई.) की राजसभा में…
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18 जून
दंडी नामक संस्कृत के महान नाटककार
बाण के बाद दंडी संस्कृत गद्य साहित्य के प्रसिद्ध लेखक माने जाते हैं। वे कांची के पल्लव नरेश नरसिंह वर्मा…
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18 जून
राजशेखर संस्कृत भाषा के महान नाटककार थे
राजशेखर कन्नौज के प्रतिहार वंशी राजाओं महेन्द्रपाल (890-908ई.) तथा उसके पुत्र महीपाल (910-940ई.) की राजसभा में निवास करते थे। वे…
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17 जून
भवभूति संस्कृत के महान नाटककार थे
संस्कृत के नाटककारों में कालिदास की बराबरी करने की क्षमता भवभूति में ही दिखाई देती है। उनका आविर्भाव 700 ई.…
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17 जून
हर्षवर्धन के बारे में जानकारी
सम्राट हर्षवर्धन (606-647ई.) महान विजेता एवं साम्राज्य निर्माता होने के साथ-साथ एक उच्चप्रतिभा के नाटककार भी थे।
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16 जून
शूद्रक की रचनायें
शूद्रक गुप्तकाल में उत्पन्न हुये थे। उनका प्रसिद्ध नाटक मृच्छकटिक है, जिसे सामाजिक नाटकों में प्रमुख स्थान प्राप्त है।
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15 जून
विशाखादत्त कौन थे
विशाखादत्त गुप्तकाल की विभूति थे। इनके दो नाटक प्रसिद्ध हैं - मुद्राराक्षस तथा देवीचंद्रगुप्तम्। मुद्राराक्षस में चंद्रगुप्त मौर्य के जीवन…
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14 जून
संस्कृत के महान लेखक श्रीहर्ष का परिचय
बारहवीं शती के प्रसिद्ध कवि श्रीहर्ष बनारस एवं कन्नौज के गहङवाल शासकों - विजयचंद्र एवं जयचंद्र की राजसभा को सुशोभित…
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