प्राचीन भारत
-
जुलाई- 2020 -17 जुलाई
भारत एवं मध्य एशिया के बीच संबंध
चीन, भारत तथा ईरान के बीच स्थित प्रदेश को मध्य एशिया अथवा चीनी तुर्किस्तान कहा जाता है, जो पहले काशगर…
Read More » -
17 जुलाई
प्राचीन काल में प्रौद्योगिकी का प्रारंभ
प्राचीन भारतीयों ने विज्ञान के साथ-साथ प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रगति की। इसका प्रारंभ हमें प्रागैतिहासिक काल से ही…
Read More » -
16 जुलाई
भारत में चिकित्सा शास्त्र का प्रारंभ
चिकित्सा शास्त्र में प्राचीन भारतीयों की उपलब्धियां अधिक महत्त्वपूर्ण कही जा सकती है। भारत में चिकित्सा अथवा औषधिशास्त्र का इतिहास…
Read More » -
16 जुलाई
प्राचीन काल में रसायन शास्त्र
प्राचीन भारत में रसायन शास्त्र तकनीक का सहायक न होकर औषधि शास्त्र की दासी था, जिस कारण इसका स्वतंत्र विकास…
Read More » -
15 जुलाई
प्राचीन काल में भौतिक विज्ञान
भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में प्राचीन भारतीयों की उपलब्धियां अपेक्षाकृत सीमित हैं। भौतिकी विषयक भारतीय विचार धर्म एवं आध्यात्म के…
Read More » -
15 जुलाई
ज्योतिष एवं खगोल विद्या का विकास
भारतीय ज्योतिष का इतिहास भी अत्यन्त प्राचीन है। वेदों को भलीभाँति समझने के लिये जिन छः वेदांगों की रचना की…
Read More » -
9 जुलाई
गुप्त साम्राज्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
गुप्त साम्राज्य का संस्थापक श्रीगुप्त था। समुद्रगुप्त ने स्वयं को प्रयाग प्रशस्ति में श्रीगुप्त का प्रपौत्र कहा है।
Read More » -
8 जुलाई
वेदांत दर्शन किसे कहते हैं
उपनिषद् वैदिक साहित्य का अंतिम भाग है, इसीलिए इसको वेदान्त कहते हैं। कर्मकांड और उपासना का मुख्यत: वर्णन मंत्र और…
Read More » -
7 जुलाई
विशिष्टाद्वैतवाद का प्रवर्त्तक कौन था
सामानुज ज्ञान को द्रव्य मानते हैं।उनके अनुसार इसकी प्राप्ति के तीन सधान हैं - प्रत्यक्ष, अनुमान तथा शब्द। अन्य कारणों…
Read More » -
7 जुलाई
रामानुज का परिचय
भारतीय दार्शनिकों में शंकर के बाद रामानुज का नाम अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है, जिन्होंने अपने विचारों के माध्यम से अद्वैतवाद का…
Read More »