वर्द्धन वंश
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अक्टूबर- 2019 -28 अक्टूबर
हर्ष वर्धन का मधुबन ताम्रपत्र अभिलेख
(उनकी महिषी) अप्सरों देवी से महाराज आदित्यवर्धन पैदा हुए, जो तत्पादानुध्यात तथा सूर्य के महान भक्त थे। उनकी महिषी महासेनगुप्ता…
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27 अक्टूबर
गौड़ नरेश शशांक कौन था
सर्वप्रथम शशांक इतिहास में एक क्रूर हत्यारे के रूप में उपस्थित होता है। हर्षचरित से पता चलता है, कि उसने…
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27 अक्टूबर
इत्सिंग कौन था, यह किसके शासनकाल में भारत आया था
ह्वेनसांग के समान इत्सिंग भी चीनी बौद्ध यात्री था, जो उसके वापस लौट जाने के बाद भारत की यात्रा पर…
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26 अक्टूबर
हर्ष के समय में साहित्य तथा शिक्षा
ह्वेनसांग ने पंच्चविद्याओं शब्द विद्या (व्याकरण), शिल्पस्थान विद्या, चिकित्सा विद्या, हेतु विद्या (न्याय अथवा तर्क) तथा अध्यात्म विद्या, का उल्लेख…
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26 अक्टूबर
ह्वेनसांग की भारत यात्रा का वर्णन
ह्वेनसांग ने अपनी यात्रा विवरण के ऊपर एक ग्रंथ लिखा जिसे "सी-यू-की" कहा जाता है।
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25 अक्टूबर
हर्ष के समय में सामाजिक जीवन
ब्राह्मण जन्मन्ना श्रेष्ठता का दावा करते थे, कर्मणा नहीं। हर्षचरित में एक स्थान पर कहा गया है, केवल जो जन्म…
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25 अक्टूबर
हर्ष के समय में आर्थिक दशा
कश्मीर से होकर मध्य एशिया तथा चीन तक पहुँचा जाता था। पूर्वी भारत में ताम्रलिप्ति तथा पश्चिमी भारत में भङौंच…
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24 अक्टूबर
हर्ष के समय धर्म तथा धार्मिक जीवन
उसने बौद्ध विहार एवं स्तूप भी निर्मित करवाये थे। हर्ष बौद्ध भिक्षुओं एवं श्रमणों का सम्मान करता तथा समय-2 पर…
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24 अक्टूबर
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था कैसी थी
बंसखेङा तथा मधुबन के दानपत्रों में हर्ष अपनी प्रजावत्सल भावनाओं को इस प्रकार व्यक्त करता है -
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23 अक्टूबर
हर्षकालीन संस्कृति का इतिहास
हर्ष के समय में भी शासन व्यवस्था का स्वरूप राजतंत्रात्मक था। राजा अपनी दैवी उत्पत्ति में विश्वास करता था। वह…
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