दक्षिण भारत
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मई- 2020 -17 मई
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम
राजेन्द्र प्रथम राजराज प्रथम का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था और उसकी मृत्यु के बाद 1014-15 ई. में चोल राज्य की…
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17 मई
चोल शासक राजराज प्रथम
चोल साम्राज्य की महत्ता का वास्तविक संस्थापक परांतक द्वितीय (सुन्दर चोल) का पुत्र अरिमोलवर्मन था, जो 985 ई. के मध्य…
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16 मई
चोल शासक आदित्य प्रथम
आदित्य प्रथम विजयालिय का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था। प्रारंभ में आदित्य प्रथम पल्लव नरेश अपराजित का सामंत था तथा उसने…
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16 मई
चोल शासक परान्तक प्रथम का इतिहास
परांतक नामक शासक चोल शासक आदित्य प्रथम का पुत्र था। आदित्य प्रथम की मृत्यु के बाद परांतक शासक बना था।…
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15 मई
चोल राजवंश के इतिहास के साधन
चोल राजवंश - कृष्णा तथा तुंगभद्रा नदियों से लेकर कुमारी अंतरीप तक का विस्तृत भूभाग प्राचीन काल में तमिल प्रदेश…
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15 मई
पल्लवकालीन संस्कृति का इतिहास
पल्लवकाल में संस्कृति जैसे - शासन प्रबंध, धार्मिक दशा, साहित्य की उन्नति, कला तथा स्थापत्य(महेन्द्र शैली,मामल्ल शैली, रथ मंदिर, महाबलीपुरम,…
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14 मई
पल्लवों की कला तथा स्थापत्य कला का इतिहास
पल्लव नरेशों का शासन काल कला एवं स्थापत्य कला की उन्नति के लिये प्रसिद्ध है। वस्तुतः उनकी वास्तु एवं तक्षण…
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14 मई
पल्लव काल में नंदिवर्मन कला शैली(800-900ई.)
पल्लव काल में नंदिवर्मन कला शैली में छोटे मंदिरों का निर्माण हुआ। इसके उदाहरण काञ्ची के मुक्तेश्वर एवं मातंगेश्वर मंदिर,…
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13 मई
पल्लव काल में राजसिंह कला शैली (674-800ई.)
राजसिंह कला शैली का प्रारंभ पल्लव नरेश नरसिंहवर्मन द्वितीय राजसिंह ने किया। इसके अंदर गुहा-मंदिरों के स्थान पर पाषाम, ईंट…
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13 मई
पल्लव काल में रथ मंदिर, महाबलीपुरम् कला शैली
मामल्लशैली की दूसरी रचना रथ अथवा एकाश्मक मंदिर है। पल्लव वास्तुकारों ने विशाल प्रकृत चट्टानों को काटकर जिन एकाश्मक पूजागृहों…
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