‘झलकी की संधि’ किस-किस के मध्य हुई
झलकी की संधि’ — हैदराबार के निजाम एवं बाला जी बाजीराव के मध्य हुई थी।
1752ई. में पेशवा ने मुगल बादशाह से एक संधि की । उसके द्वारा मुगल बादशाह ने मराठों को संपूर्ण भारत में चौथ वसूल करने का अधिकार दिया और उसके बदले में मराठों ने अवसर पङने पर मुगल बादशाह को सहायता देने का वायदा किया उसकी मुख्य दुर्बलता मराठा सरदारों को अपने अधीन उनमें पारस्परिक सहयोग बनाए रखने में असफल रहने की थी। इतिहासकार सरदेसाई के शब्दों में बालाजी बाजीराव की प्रशासनिक योग्यता की सबसे बङी विशेषता अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण स्थापित करने,राज्य की आय के साधनों को बढाने तथा उन साधनों को राज्य के हित में अधिकाधिक प्रयोग करने की थी।
Subhash Saini Changed status to publish