प्राचीन भारतीय साहित्य में शुद्ध ऐतिहासिक ग्रंथ है
प्राचीन भारतीय साहित्य में ऐसे अनेक विशुद्ध ऐतिहासिक ग्रंथ है जिसमें केवल सम्राट तथा शासन से संबंधित तथ्यों का ही उल्लेख किया गया है। ऐसे ग्रंथों में कल्हण कृत ‘राजतरंगिणी’ नामक ग्रंथ सर्वप्रथम आता है जो पूर्णतः ऐतिहासिक है। इसमें कथा-वाहिक रूप में प्राचीन ऐतिहासिक ग्रंथों राज्य शासकों और प्रशस्तियों के आधार पर ऐतिहासिक वृतान्त प्रस्तुत किये गये है। इसकी रचना 1148 ई. में प्रारंभ की गयी थी। कश्मीर के सारे नरेशों के इतिहास की जानकारी इस प्रसिद्ध ग्रंथ से होती है।
Subhash Saini Changed status to publish