कन्हैया लाल सेठिया द्वारा रचित ग्रन्थ है
कन्हैयालाल सेठिया राजस्थानी भाषा के महान रचनाकार होने के साथ-2 वो एक स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता, सुधारक, परोपकारी और पर्यावरणविद भी थे। धरती धोरा री और पाथल और पीथल इनकी लोकप्रिय रचनाएं थी। सुजानगढ़ चुरू में जन्मे सेठिया गाँधी से बहुत प्रभावित थे। उन्हीं के प्रभाव से खादी वस्त्र धारण करना, दलित उद्वार कार्य करना तथा राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत रचनाएँ लिखा करते थे। इनकी रचना अग्रिवीणा अंग्रेजी हकूमत के लिए ललकार थी जिसके कारण उन पर राजद्रोह का केस लगा तथा उन्हे जेल भी जाना पड़ा। ये बीकानेर प्रजामंडल के सदस्य भी रहे। भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान कराची में जनसभाएं कर लोगों को जागृत करने का कार्य किया।
Subhash Saini Changed status to publish