बीसलदेव रासो के लेखक कौन था
बीसलदेव रासो पुरानी पश्चमी राजस्थानी की एक सुप्रसिद्ध रचना है। इसके रचनाकार नरपति नाल्ह हैं। इस रचना में उन्होंने कहीं पर स्वयं को “नरपति” कहा है और कहीं पर “नाल्ह”। सम्भव है कि नपरति उसकी उपाधि रही हो और ‘नाल्ह’ उसका नाम हो। बीसलदेव रासो की रचना चौदहवीं शती की विक्रमी की मानी जाती है। बीसलदेव एक प्रतापशाली राजा एवं संस्कृत के अच्छे कवि थे। उन्होंने अपना ‘हरकेलिविजय’ नाटक शिलापट्टों पर खुदवाया तथा राजकवि सोमदेव ने ललित विग्रह नामक नाटक भी लिखा।
Subhash Saini Changed status to publish