पृथ्वीराज चौहान को बंदी बनाकर मुहम्मद गौरी उसे कहाँ ले गया था
पृथ्वीराज चौहान को बंदी बनाकर मुहम्मद गौरी उसे कहाँ ले गया था?
मुहम्मद गौरी के सैनिकों ने पृथ्वीराज चौहान को पकड़ लिया और बंदी बना लिया। उसे बंदी बना कर अफगानिस्तान ले गये।
हिन्दू राजाओं का नियम था कि युद्ध हमेशा सूर्योंदय के बाद और सूर्यास्त से पहले लड़े जाते थे। सूर्यास्त होते ही युद्ध बन्द कर दिया जाता था। गोरी इस नियम को जानता तो था, लेकिन अपनी संस्कृति के अनुसार उसे मानता नहीं था। उसने एक दिन भोर में ही पृथ्वीराज की सेना पर आक्रमण कर दिया। तब तक उनकी सेना तैयार तो क्या जाग भी नहीं पायी थी। इसलिए थोड़े समय में ही पृथ्वीराज की सेना का बहुत बड़ा भाग नष्ट हो गया और बची हुई सेना बिखर गयी। जब तक पृथ्वीराज चौहान कुछ समझ पाते तब तक उनको गोरी के सैनिकों ने पकड़ लिया और बंदी बना लिया।
गोरी पिछली हार को भूला नहीं था और उसे अपनी कुरान की कसम भी याद थी। लेकिन उसने पृथ्वीराज को न केवल छोड़ने से इनकार कर दिया, बल्कि उनकी आँखें भी जलती सलाखों से फुड़वा दीं। इतिहासकारों ने तो लिखा है कि बाद में गोरी ने पृथ्वीराज को मरवा दिया और उनको अफगानिस्तान में ही एक कब्र में गढ़वा दिया।